शिंजियांग के उइगर मुसलमानों को को चीन अपने देश के प्रथम नागरिक ना के बराबर मानता है, उन पर कानूनी करवाई या तथा जबरन मजदूरी करा कर खेती का काम करा लेना।
इस बात के सबुत जब अमरीका को मिले तो वहां के विधायकों ने तुरंत कानून पास करने का प्रस्ताव पारित किया और आज उसे जो बाइडेन ने साइन भी किया।
भारत के लिए बड़ी ऑपरच्युनिटी है,जैसे कि अब चीन अमरीका के इस कदम से बिलबिला गाया है चीन अब से अपना कपास और अन्य चीजें अमरीका नहीं एक्सपोर्ट कर सकता।
भारत देश अब दुनिया में एक सेंटर की रूप में उभर आया है भारत देश से यूरोप में अब कपास की बहुत बड़ी खेप की उम्मीद है।
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